मनरेगा मजदूर के खाते से फर्जीवाड़ा करके निकाला गया पैसा गाँव के ग्राम प्रधान पर आरोप
थाना अलीगंज ग्राम पंचायत रसूलपुर गांव का हैं मामला,पैसा मांगने पर बिपक्षी देते हैं धमकी
संवाददाता अम्बेडकरनगर । जनपद के थाना अलीगंज ग्राम पंचायत रसूलपुर पीड़िता लक्ष्मी का खाता बैंक आफ बड़ौदा टांडा में है पीड़िता के खाते में नरेगा की मजदूरी लगभग 10011-/रुपए आयी हुई थी जिसको पीड़िता के गाँव के ग्राम प्रधान सुरजन पुत्र रामदुलार और, सुरजीत पुत्र रामकेवल ,राजमणि वर्मा पुत्र रामदीन वर्मा के द्वारा कई किश्तों में बिना मेरी जानकारी के मेरे खाते में से अवैध तरीके से फर्जीवाड़ा करके निकाल लिया गया है एक साल से मुझे सुरजीत ,राजमणि ,प्रधान सुरजन, लगातार दौड़ा रहे है कि आपका पैसा दे दिया जायेगा । लेकिन आज तक पैसा नहीं दिया गया और अब पैसा मांगने पर बिपक्षी सुरजीत सुरजन प्रधान राजमणि के द्वारा मुझे लगातार धमकी दी जा रही है की अगर कही शिकायत करोगी तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा मैं गाँव का प्रधान हु मेरा कोई कुछ नहीं कर पाएगा मेरा थाने में सभी से बहुत अच्छी पकड़ है।
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पीड़िता का आरोप बैंक स्टेटमेंट मांगने पर बैंक के स्टाफ के कर्मचारियों द्वारा की जाती है बदतमीजी
जब मैं बैंक में खाते से जुड़ी स्टैट्मन्ट जानकारी लेने के लिए जाती हु तो बैंक का स्टाफ मेरे साथ बदतमीजी करता है और डाट कर भगा देता है बोलता है की प्रधान सुरजन को लेकर आओ तभी जानकारी दूंगा।22 को थाने से घर पर गयी थी और में बकरी चराने के लिए गयी हुई थी इतने में रास्ते में शाम करीब 5 बजे लगभग राजमणि वर्मा मेरे साथ गाली गलौच झगड़ा करने लगे जातिसूचक शब्द चमार चमकुट्टी चमकटिया आदि कहे है और बोले की शिकायत वापस ले लो और अगर कल थाने पर दोबारा गयी तो तुमको और तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे हमारी पकड़ थाने पर है पैसा देकर तुम्हारे ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज करवा देंगे तुम्हारे आने जाने का रास्ता मरे दरवाजे से ही है।।झगड़े को उग्र रूप देने में अहम भूमिका निलेश वर्मा दिखा रहे है ग्राम पंचायत हिथूरी रसूलपुर में कोई भी मारपीट का मामला होता है तो यह थाने में जरूर सोर्स लगाने जाता है।
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मनरेगा मजदूर के साथ हुआ फ्राड
जहां एक तरफ सरकार रोजगार देने की बात कह रही है मनरेगा योजना के अंतर्गत गरीब मजदूरों को रोजगार दे रही है लेकिन वहीं पीड़िता का आरोप है ग्राम प्रधान सुरजन पुत्र रामदुलार और, सुरजीत पुत्र रामकेवल ,राजमणि वर्मा पुत्र रामदीन वर्मा के द्वारा मजदूरी बिना बताए ही खाते से निकाल लिया गया पीड़िता का आरोप है कि घर पर जाकर तीन बार अंगूठा लगाया गया और जब पूछे पैसा तो उन्होंने कहा कि अभी पैसा नहीं आया लेकिन किसी तरीके से यह मामला का पोल खुला कि रूपया सब निकाल दिया गया । सवाल जिस तरीके गुमराह किया गया या । पीड़िता का आरोप है जिसकी शिकायत पिता ने थाने पर दिया तो थाने पर से जब न्याय नहीं मिला तो पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया फर्जी वाला करने वाले के ऊपर कार्रवाई की जाए यह मांग पीड़िता कर रही है फिलहाल देखना होगा इस मामले में कितना गंभीरता से जांच होती है और आरोपियों ग्रुप पर क्या कार्रवाई होती है यह सवाल बना हुआ है।
अपात्रोंं से धनराशि की रिकवरी में लापरवाही बरतने पर तीन बीडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी
स्वरूप संवाददाता अंबेडकरनगर। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवासीय योजना के तहत 388 लोग ऐसे है जिनके खाते में धनराशि आने के कई वर्ष बाद भी आवास का निर्माण पूरा नहीं हुआ। इसके अलावा 84 अपात्रोंं से गड़बड़ी के आरोपों में धनराशि की रिकवरी भी नहीं की जा सकी है। बीते दिनों हुई समीक्षा बैठक में यह सच उजागर होने के बाद परियोजना निदेशक अनिल सिंह ने टांडा, जहांगीगरगंज, भीटी के बीडीओ के खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।भीटी ब्लॉक मेंं 7407 गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिया गया। इसके सापेक्ष 7253 आवास बनकर तैयार हो गए हैं। 154 आवास अभी भी अपूर्ण हैं। यहां 19 अपात्रोंं को सचिव व प्रधान ने आवास का लाभ दे दिया था। जांच में सभी अपात्र मिलने के बाद धनराशि वसूल कर सरकारी खाते में जमा करने का आदेश दिया गया। फिर भी वसूली नहीं हो सकी। इस लापरवाही पर बीडीओ भीटी दिनेश मौर्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। टांडा ब्लॉक में बीते आठ वर्षों में 7067 पात्रोंं को आवास मिला। इसमें से 6983 ने अपने आवास बनवा लिए। किस्त मिलने के बाद भी 84 आवास अधूरे हैं।यहां 15 अपात्रोंं को आवास देने की शिकायत के बाद जांच में सभी अपात्र मिले थे। धनराशि रिकवरी कर जमा कराने के निर्देश भी दिए गए थे। इस लापरवाही पर बीडीओ राघवेंंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ सीडीओ के निर्देश पर पीडी ने नोटिस जारी कर जवाब तलाब किया है। जहांगीरगंज ब्लॉक में 5937 आवास स्वीकृत हुए। तीन किस्तों में धनराशि मिलने के बाद 5853 लोगोंं ने आवास का निर्माण करवा लिया। यहां 84 लाभार्थी ऐसे पाए गए जिन्होंने किस्त लेने के बाद भी निर्माण पूर्ण नहीं कराया है। यही भी चार अपात्रों को आवास का लाभ देने के बाद अधिकारियों ने रिकवरी नहीं करवाया। बीडीओ सतीश कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के साथ ही 84 अपात्रोंं से धनराशि की रिकवरी में लापरवाही बरतने पर तीन बीडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। योजना में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।