विना कमीशन के बैंक आफ बड़ौदा बेवाना में नहीं मिलता लोन
ग्राहक ने मैनेजर पर लोन में दस प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप
संवाददाता अंबेडकरनगर। एक तरफ सरकार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचार को खत्म करने का प्रयास कर रहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ बैंक में तैनात कर्मचारी भ्रष्टाचार को खूब बढ़ावा देते हुए विना कमीशन के ग्राहकों का कोई कार्य ही नहीं कर रहें हैं। मामला तब सामने आया जब ऑफ़ बड़ौदा बेवाना में एक ग्राहक लोन कराने गया तो वहां पर तैनात मैनेजर ने एक लाख रुपए पर दस प्रतिशत कमीशन मांगा । जब कि प्रधान मंत्री द्वारा उद्योग को बढ़ाने के लिए जिला उद्योग विभाग से संचालित योजना के तहत ग्राहक ने टेंट की दूकान के लिए फ़ाइल बैंक में उद्योग विभाग ने भेजा हैं। ग्राहक प्रदीप कुमार यादव ने बैंक मैनेजर जितेंद्र चौरसिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैनेजर साहब एक लाख पर दस प्रतिशत कमीशन की डिमांड कर रहें हैं। अब दस लाख रुपए के लोन में दस प्रतिशत के हिसाब से एक लाख रुपया तो मैनेजर साहब का हो गया। इस तरीके से यदि बैंक के जिम्मेदार बैंक मैनेजर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो अन्य विभागों और कर्मचारियों के क्या हालात होंगे।
विना कमीशन के बेवाना बैंक आफ बड़ौदा में नहीं होता लोन
बैंक आफ बड़ौदा बेवाना में विना कमीशन के कोई भी फ़ाइल पास नहीं होती हैं। यदि ग्राहक ने कमीशन नहीं दिया तो कोई न कोई बहाना बनाकर लोन की फाइल विना लोन किए ही बैंक में धूल फांकती रहती हैं।