मां शारदा की प्रेरणा से समता मूलक समाज की स्थापना कर रहें समाज सेवी आनंद सिंह
इशाई धर्म अपना चुके एक हजार दलित परिवारों को हिंदू धर्म में वापसी कराकर जगा रहें सनातन की अलख
दलित को मंदिर का बनाया पुजारी, भजन और भंडारे में भोजन बनाने की दी पूरी जिम्मेदारी
संवाददाता अंबेडकरनगर। मां शारदा की प्रेरणा से पीठा पुर सरैया निवासी समाज सेवी ने समता मूलक समाज की स्थापना कर गरीब और अमीर दलित और सवर्ण की दीवार को तोड़कर सर्व समाज को मां भगवती के साथ जोड़ कर अपने आप को धन्य मानते हैं, समाज सेवी का यह समता मूलक समाज बनाने का अनूठा प्रयास काफी सराहनीय माना जा रहा हैं। क्षेत्र के लोग समाज सेवी की भूरी भूरी प्रसंशा करते हैं। आप को बता दे कि जिले के छोटे से गांव विकास खंड कटेहरी क्षेत्र के प पुर सरैया में जन्मे बाबा आनंद सिंह काजू सिंह के नाम से विख्यात समाजसेवी बचपन से ही काफी संघर्ष शील थे। उन्होंने पढ़ाई के बाद अपनी पहचान पत्रकारिता के माध्यम से बनाई उन्होंने अयोध्या जिले में लगभग कई वर्षों तक पत्रकारिता की।फिर धीरे धीरे उन पर मां शारदा की कृपा हुई तो मध्य प्रदेश में विराज मान मैहर देवी के नाम से विख्यात मंदिर मां शारदा जी के चरणों में जाना शुरू किए और वहा मां की भक्ति में लीन हो गए। और अपना पूरा जीवन मां शारदा की सेवा में समर्पित करते हुए समाज की सेवा में लगे हुए हैं। न्यूज इंडिया डिजिटल से वार्ता के दौरान बाबा आनंद सिंह काजू ने कहा कि हम फैजाबाद से अपने घर आए हुए थे तो मेरे गांव के रास्ते में ही देव रॉय पुर में कई वर्ष से स्थापित पुराना मां भगवती का मंदिर वीरान पड़ा हुआ था। मैं घर गया और रात में विश्राम किया और पूरी रात सोचता रहा । सुबह हुई अपने पूरे परिवार को साथ लिया और मंदिर परिसर में पहुंच कर साफ सफाई का कार्य मां शारदा की प्रेरणा से शुरु किया। और उसी दिन से ठान लिया कि अब हमारा घर परिवार सब यहीं मन्दिर ही हैं।और उसी दिन से वो मां के शरण में ही रहने लगें।
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दो लाख भक्तों को निःशुल्क मां शारदा का दर्शन करा चुके बाबा
पीठापुर गांव निवासी समाज सेवी बाबा आनंद सिंह ने लगभग तीन लाख मां शारदा के भक्तो को निःशुल्क दर्शन करा चुके हैं। यहां तक भक्तो का पूरा रहना खाना आना जाना खुद बाबा जी की तरफ से रहता था। हिंदू धर्म में सनातन धर्म के अनुयाई मां शारदा के प्रति आस्था रखने वाले भक्त मां का दर्शन कर अपने आप को धन्य मानते हैं। मां शारदा शक्ति पीठ देव रॉय पुर में प्रतिदिन मां के भक्तो के लिए भंडारे का आयोजन भी किया जाता हैं।लगभग सौ दो सौ भक्त प्रतिदिन मां भगवती का प्रसाद ग्रहण करते हैं।