आए दिन विवादो से घिरी मालीपुर थानाध्यक्ष,पर लगातार पीड़ित लगा रहे प्रताड़ना का आरोप
जिले के सभी आलाधिकारियों पर भारी पड़ रही मालीपुर थानाध्यक्ष,
संवाददाता,अम्बेडकर नगर। सभी प्रकार के चुनौतियों को मार देने वाले ईमानदार पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ के व्यक्तित्व को धूमिल करने में लगी मालीपुर थानाध्यक्ष। आए दिन क्यों विवादो से घिरी हैं मालीपुर थानाध्यक्ष , अभी हाल ही में दो दिन पहले आरोपी व पीड़ित दोनों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिसका पटाक्षेप अभी तक नहीं हो पाया। आज उनके ऊपर नया आरोप फिर लग रहा है। आए दिन आरोपों की झडी से घिरी रहती हैं मालीपुर थानाध्यक्ष, ऐसे में लगता हैं कि कही पैसे की भूख ने तो नही मालीपुर थानाध्यक्ष को विवादों से घेरा हैं। क्योंकि गत दिनों जिस तरीके से रेप के मामले में पीड़िता के पिता और भाई से समझौता कराने का प्रयास किया गया । न मानने पर पहले तो अवैध शराब का मुकदमा लिखा गया और फिर बाद में दोनो पक्षों की तरफ से छेड़खानी का मुकदमा पंजीकृत किया गया।अभी मामला चल ही रहा था कि तब एक और नजीर सामने आ ही गई। मालीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला ग्राम सभा खजूरी करौदी का है, जहां शांति गुप्ता प्राथिनी अपने दो बेटियों के साथ लाचार व विवश नजर आ रही है। प्राथिनी द्वारा जब अपनी समस्याओं को मालीपुर थानाध्यक्ष के समझ प्रस्तुत किया गया, तब मालीपुर थानाध्यक्ष आरोपी के ऊपर ना कोई कार्रवाई करते हुए, पिडिता के ऊपर धारा 151 पंजीकृत कर दिए। जिस पर सभी प्रकार के साक्ष्य प्रस्तुत हैं।
आपसी प्रकरण में देवरानी जेठानी के घरेलू झगड़े में देवरानी के भाई जो नेता बताते हुए वहां(कटेहरी) से आकर के पीड़िता को प्रताड़ित करता है ,मारता पिटता है ,इस प्रकार मारता है कि पीड़िता घर की मार सहने के बावजूद थाने पर जाने बावजूद , उससे भी भयंकर मार्ग का सामना करना पड़ता है। अर्थात न्याय लेने के बावजूद इसके ऊपर उल्टा मुकदमा पंजीकृत कर दिया जाता है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौश्तुभ भी जहां एक तरफ ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा के प्रतिबिंब है, वहीं दूसरी तरफ उनके कुछ इस प्रकार के कर्मचारी इसको धूमिल करने पर बिल्कुल आदि हैं।
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न्याय की आस में पुलिस अधीक्षक के दरबार में अर्जी लगाई हैं पीड़िता
अब अपने न्याय के आस में पीड़िता पुलिस अधीक्षक के दरबार में अपनी अर्जी लगाई है, जहां पर पिडिता को न्याय की उम्मीद जगी है, पीड़िता का यह भी कहना है कि अगर यहां से कोई न्याय नहीं मिला तो मैं खुद को मरा हुआ मानकर सब कुछ खत्म कर दूंगी। अब यह देखना होगा कि प्रशासन के शान व जिले के ईमानदार पुलिस अधीक्षक द्वारा इस पीड़ित महिला के साथ क्या न्याय होता है ,आने वाले समय में देखा जाएगा।