न्याय की उम्मीद में भटक रहा अनमोल,जांच पूरी होने के बाद भी कार्यवाही में की जा रही लीपापोती
रजिस्ट्री आफिस के अधिकारी उच्चधिकारियों को कर रहे गुमराह करने की कोशिश
संवाददाता अम्बेडकरनगर। जिले में बहुचर्चित जमीन फर्जीवाड़े वाले मामले अब जांच को घुमाने की कोशिश की जा रही है।पीड़ित अनमोल का आरोप है कि जांच के नाम पर उसको गुमराह किया जा रहा। ये सब काम रजिस्ट्री आफिस के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। उसने बताया कि निष्पक्ष जांच के बजाए भूमाफिया के दबाव में उसे गलत साबित करने की कोशिश की जा रही है और भूमाफियों को बचाने की कोशिश हो रही है। सूत्र बताते है कि जांच में नामित एआईजी स्टाम्प उक्त मामले को नया तूल देने में लगे है। इसकी वजह से जांच को दूसरी तरफ मोड़ा जा रहा है ऐसा पीड़ित का आरोप है।
बता दें कि अकबरपुर तहसील के
फतेहपुर पकड़ी निवासी अनमोल पुत्र छोटेलाल के साथ धोखाधड़ी की जांच एडिशनल एसपी, एडीएम व एआईजी स्टाम्प कर रहे है। बता दें कि मामले में पीड़ित के आरोप के बाद डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी। पीड़ित के दोनों भूखंडो फतेहपुर पकड़ी और गौहन्ना हाईवे पर पहुंच कर टीम ने जांच की थी। साथ ही पीड़ित से बातचीत भी किया और लिखित में बयान भी दर्ज किया।
-यह है बहुचर्चित जमीन फर्जीवाड़े का मामला
अकबरपुर तहसील के फतेहपुर पकड़ी निवासी अनमोल का आरोप है कि उसकी फतेहपुर पकड़ी मे सुल्तानपुर रोड पर 13 x110 फिट, 1430 वर्ग फीट जमीन है, जिसे वह बेच रहा था। बलवंत सिंह उर्फ राहुल पुत्र दिनेश सिह निवासी इटौंरी थाना मालीपुर उस जमीन को पैतीस लाख में खरीद रहे थे। पीड़ित ने बताया की बैनामा करने के लिए पहले वह 31 अगस्त को रजिस्ट्री कार्यालय गया।इस दौरान क्रेता ने उनके खाते में 35 लाख रुपये आरटीजीएस कर दिया, लेकिन उस दिन बैनामा नहीं कराया। दोबारा पांच सितंबर को उन्हें डराकर रजिस्ट्री आफिस ले गए और बोले कि जो बोला हूं, वही रजिस्टार साहब के सामने बोलना और उनके साथ फर्जीवाड़ा करके उनकी गौहन्ना बाईपास पर स्थित करोड़ों की जमीन को बैनामा करवा लिया। जब उनको पता चला कि उनके साथ फर्जीवाड़ा हो गया तो शिकायत अधिकारियों से की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।
इनसेट
आईजी स्टॉम्प ने दिया गोल मोल ज़बाब
वही पूरे मामले में आई स्टांप अविनाश कुमार पांडे से वार्ता की गई तो उन्होंने गोल मोल जबाब देते हुए कहा कि मामले में जांच जारी हैं।और एक एग्रीमेंट भी अनमोल का कैंसिल हुआ हैं। बाकी आगे की जांच जारी हैं। पूरे मामले को घूमाने का प्रयास लगातार आईजी स्टांप और रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा किया जा रहा हैं।