तो क्या अधिकारियों के लिए मायने नहीं रखती सरकार की योजनाएं 

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तो क्या अधिकारियों के लिए मायने नहीं रखती सरकार की योजनाएं

प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के आदेश को नही मानते बैंक के अधिकारी कर्मचारी

 

संवाददाता अंबेडकरनगर। जहां एक तरफ सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं के लिए तमाम तरह के योजनाए ला रहे है तो वहीं इनके ही बैंक अधिकारी कर्मचारी ऋण देने से साफ मना कर रहे है जब युवाओं की जेब में पैसा रहेगा जब उनके एकाउंट में पैसा रहेगा तो वह क्यों ऋण लेने लगे घर का कोई भी सदस्य अगर छोटा सा भी ऋण लिया है तो फिर बेटे को ऋण नहीं देंगे यह कहना है बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय मैनेजर का जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुद्रा योजना चलाई गई तो 2024 में यह दोगुना ऋण योजना कर दिया गया तीन कटेगरी में सरकार द्वारा शिशु, दूसरी किशोर तीसरी तरुण लोन के जरिय अब दो गुना ज्यादा व्यवस्था कर दी गई है लेकिन यह ग़रीब असहाय, या फिर बेरोजगार युवाओं के लिए मैनेजर के पास व्यवस्था नहीं है।बताते चलें जनपद के विकास खण्ड टांडा अंतर्गत महुवारी शाखा में बेरोजगार युवा मात्र दो लाख रुपये का ऋण लेने के लिए अप्लाई किया पहले दिन तो मैनेजर साहब बात तक सुनने के लिए राजी नहीं हुए किसी तरह जब सुने तो तमाम मीनमेख निकाल दिया फिर टरकाते हुए कहा कि दो दिन बाद आए तीसरे दिन जब पीड़ित मैनेजर के पास पहुंचा तो देखते ही मैनेजर साहब ने कहा कि तुम्हारे पिता द्वारा केसीसी लिया गया है जबकि तुम्हारे द्वारा बाइक ली गई थी लेकिन वह पैसा जमा नहीं किया गया जबकि बेरोजगार युवा द्वारा कहा जाता रहा साहब मैं कोई बाइक नहीं लिया है अगर लिया है तो उसकी बकाया राशि का डिटेल दे दीजिए लेकिन मैनेजर साहब तो बैंक मालिक है वह कहा सुनते हैं आखिर थकहार कर वापस लौट जाना पड़ा।

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ये हैं नियम

उपभोक्ताओं को बैंक कभी भी ऊची आवाज में डांट नही सकती आपके कार्य जब तक नहीं हो जाते बैंक आपको बाहर निकाल नहीं सकती बार बार पूछने पर बार बार जबाब देना होगा बैँक के उपभोक्ता सर्वोपरि होते हैं।

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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) 8 अप्रैल 2015 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 10 लाख रुपये तक के ऋण उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई एक योजना है। गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख तक का ऋण दिया जाता है। इन ऋणों को PMMY के अंतर्गत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

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यह बोले अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक

ऋण न देने के मामले में एलडीएम अम्बेडकरनगर से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि अभी मीटिंग चल रही हैं आप बैंक मैनेजर को ऋण अप्लाई करेंउनका काम हैं क्यो नही करेंगे।

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यह बोले नोडल अधिकारी

नोडल अधिकारी बैंक ऑफ बड़ौदा से वार्ता करने पर उनके द्वारा बताया गया कि अपनी टीम भेजते हैं सम्बंधित मैनेजर की डिटेल लिए है कार्यवाही की जाएगी।

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सावधान आप इस समय थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत हैं, यहां अपने आप को सुरक्षित महसूस करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है, पुलिस से तो बिल्कुल उम्मीद ना करें, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस थाने का रिकॉर्ड बता रहा है

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