ओंकार शर्मा
अंबेडकरनगर। जलालपुर ब्लॉक नित प्रतिदिन भ्रष्ट्राचार की नई कहानी गढ़ रहा है।इस बार तालाब की खुदाई में जमकर भ्रष्ट्राचार किया गया है। तालाब के तीन तरफ खंती लगाकर लाखो रुपए फर्जी निकाल लिए गए।
यह हाल है पिछले जून जुलाई में निर्मित गौसपुर ककरहिया ग्राम पंचायत स्थित इमिलिया तालाब का जिसका फोटो देखकर अधिकारी कर्मचारी भ्रष्ट्राचार में कैसे लिप्त है समझा जा सकता है।
मुख्यमंत्री का भ्रष्ट्राचार की जीरो टॉलरेंस नीति का दावा यहां हवा हवाई हो गया है। गौरतलब हो कि बीते जून जुलाई में जलालपुर ब्लॉक के गौसपुर ककरहिया ग्राम पंचायत स्थित तालाब की खुदाई का प्रस्ताव किया गया। मनरेगा योजना से इस तालाब की खुदाई होना था जिसपर अनुमानित लागत तीन लाख 56 हजार रुपए और मैटेरिय का खर्च लगभग 35 लाख रुपए रखी गई थी। फोटो में तालाब के तीन तरफ छोटी छोटी खंती लगाकर बंधा का निर्माण किया गया है। बीच की जमीन की मिट्टी निकाली ही नहीं गई। तालाब पर प्रस्ताव के अनुसार कार्य तो किया नही गया किंतु भुगतान पूरा निकाल कर आपस में बांट लिया गया।
प्राप्त रिकार्ड के अनुसार बगैर काम पूरा किए प्रधान सचिव के साथ एपीओ मनरेगा और बीडीओ इस भ्रष्ट्राचार में समल्लित होकर बीते अगस्त माह की अलग अलग तिथि में इसका फर्जी भुगतान कर लिया गया।
1 अगस्त को पहली बार 35550, दूसरी बार 32232 तीसरी बार 33180, चौथी बार 23226 रुपए का भुगतान कर दिया गया।इतना ही नहीं इसी अगस्त माह की 17 तारीख को पहली बार 33180, दूसरी बार 33180, तीसरी और चौथी बार 33180 रुपए का भुगतान कर लिया गया।
ग्रामीणों ने नाम प्रकाशित नही करने की शर्त पर बताया कि इस तालाब पर ज्यादा से ज्यादा एक लाख रुपए का कार्य किया गया है। ढाई लाख का भुगतान फर्जी कर लिया गया। इन्होंने जिलाधिकारी से जांच और कार्यवाही की मांग की है।
सभी जनपदों में संवाददाताओं की आवश्यकता संपर्क करें 87557 77000