अंबेडकरनगर। कटेहरी विधानसभा सीट पर भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मराज निषाद ने चार सेटो में नामांकन दाखिल किया।इस दौरान डिप्टी सीएम बृजेश पाठक,जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत अन्य कई बड़े नेता मौजूद रहे।अब देखना यह होगा कि धर्मराज निषाद अपनी परंपरागत सीट पर कमल खिला पाते है अथवा नहीं। आचार संहिता लगने से पहले ही यहां सपा ने सांसद लालजी वर्मा की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शोभावती वर्मा तथा बसपा ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद छोड़ कर आए अमित वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है।भाजपा से धर्मराज निषाद के प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब उप चुनाव रोचक होने की संभावना है। वह तीन बार कटेहरी से विधायक रह चुके हैं। सभी चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर लड़ा था। धर्मराज निषाद की गिनती बसपा के कद्दावर नेताओं में होती थी। वर्ष 2018 में वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें अकबरपुर विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव में उन्हें सपा के रामअचल राजभर से हार का सामना करना पड़ा था।
*जातीय समीकरण के सहारे होगी चुनावी नैया पार*
कटेहरी विधानसभा में अति पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है।इस सीट पर एक बार को छोड़कर कभी भाजपा का कमल नहीं खिला है। धर्मराज निषाद को यहां 1996,2002 और 2007 में बतौर बसपा उम्मीदवार जीत की हैट्रिक लगाई थी। बसपा सरकार में मंत्री रहे धर्मराज की यहां मतदाताओं में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है।17 वर्ष तक अपनी पुरानी विधानसभा से दूर रहे नेता जी को यहां की जनता जीत का स्वाद चखाएगी अथवा इगनोर करेगी चुनाव के बाद ते होगा किंतु इनके यहां लड़ने से दूसरे दलों में बेचैनी देखी जा सकती है।वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने धर्मराज निषाद को अंबेडकर नगर जनपद की अकबरपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन बसपा छोड़ समाजवादी पार्टी के हमराह हुए राम अचल राजभर ने इनको मात दी थी। धर्मराज निषाद नामांकन तो कर चुके है।अब परिणाम क्या होगा आने वाला समय बताएगा।
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