समाज कल्याण विभाग का एक और मामला आया सामने
चार साल पहले हुए आवेदन में नहीं मिला पारिवारिक लाभ
अम्बेडकरनगर- राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का लाभ लेने के लिए वर्षों वर्षो तक इंतजार करना पड़ता हैं,पीड़ित वर्षों वर्षों तक इंतजार कर रहे लेकिन सुनवाई के नाम पर बस तारीख पर तारीख मिलती हैं साहब इस योजनान्तर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के कमाऊ मुखिया, जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक एवं 60 वर्ष से कम हो, की मृत्यु की दशा मृतक के आश्रित को रू0 तीस हजार की एक मुश्त सहायता दिये जाने का प्राविधान है। लेकिन यह अम्बेडकरनगर जनपद में कितना प्रभावी है यह तो एक आवेदन से मालूम हो गया विगत 9 मई 2019 में आवेदन किया गया था तो दूसरा आवेदन 317818321/सन2020 में हुआ लेकिन आज भी मामला पेंडिंग पड़ा हुआ है अभी भी समाज कल्याण अधिकारी या फिर अन्य कर्मचारियों की निगाह इस पर नही पड़ी
नतीजा अभी तक इस योजना का लाभ गरीब परिवार को नहीं मिल सका मात्र हवा हवाई साबित हो रहा पारिवारिक लाभ योजना समाज कल्याण विभाग आरामदायक विभाग हो गया या फिर कमीशन के चक्कर में पीड़ित परिवार को सालों साल दौड़ा रहे हैं।
क्या है मामला
अम्बेडकरनगर जनपद के विकास खण्ड टाण्डा अंतर्गत ग्राम पंचायत ऐनवा निवासी विजय कुमार पुत्र राम बहोर ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु 31 मार्च को हो गया था मई 2019 में पारिवारिक लाभ के लिए आवेदन किया दो साल बाद समाज कल्याण विभाग के दो अधिकारी घर आए जांच पड़ताल करने के बाद व्यवस्था की मांग की गई व्यवस्था न होने पर वह लोग चले गए आज करीब पांच साल से ज्यादा समय बीत गया लेकिन पारिवारिक लाभ नहीं मिल सका खबर चलने के बाद समाज कल्याण विभाग से बाबू के द्वारा बुलवाया गया आधार कार्ड लेकर कहा गया कि ब्लाक से जांच जाएगी फिर आगे क्या होगा देखते हैं पीड़ित ने बताया कि पहले भी जांच हुई थी तो कई साल गुजर गए अब कितना दिन लगता है कुछ कहा नही जा सकता है।
दूसरे मामले में भी लम्बी अवधि
समाज कल्याण विभाग के द्वारा एक ही नहीं अन्य कई मामले भी पेंडिंग रखा गया है राम जाने क्या वजह हो सकती है कही कमीशन न देने की वजह तो नहीं एनवा निवासी शांति देवी पत्नी राम सहाय ने भी 2020 में क्रमांक संख्या 317818321 आवेदन किया था लेकिन अभी तक आवेदन के बाद भी पारिवारिक योजना का लाभ नहीं मिल सका पीड़िता ने बताया कि गरीब परिवार में जन्म लेना अभिशाप हैं, अधिकारियों के चौखट पर विगत चार साल से चक्कर लगाने के बाद भी अभी तक पेमेंट नही मिला जबकि इतना तो आने जाने में खर्च हो गया होगा अब तो पारिवारिक लाभ राम भरोसे हैं मिलता है कि नहीं कुछ कहा नही जा सकता।
आखिर कल्याण विभाग के द्वारा ऐसे पता नहीं किंतने आवेदन को धूल फाँकने के लिए फाइल फेक दिया गया होगा जब एक ही गांव के दो दो आवेदन वर्षों वर्षों अपनी बारी का इंतजार कर रही है तो पता नहीं कितने तो सड़ गल गए होंगे
कल्याण विभाग के बाबू से बात करने पर बताया गया कि आवेदन पत्र के मामले में अब बदलाव हो गया है नए सिरे से फाइल लखनऊ भेजा गया है जल्द ही पारिवारिक लाभ मिल जाएगा फाइल प्रोसेस में है, तो क्या समाज कल्याण विभाग इतना लापरवाह हो गया है कि पीड़ित परिवार को वर्षों वर्षों तक इंतजार करना पड़ता है तमाम ऐसे लोग भी होंगे जो थकहार कर भूल गए होंगे