आखिर बार बार क्यों अपमानित हो रहें पूर्व मंत्री और 15वर्ष विधायक रह चुके नेता
फोन पर वार्ता करते हुऐ मंत्री का छलका दर्द, वायरल हुईं बीडीओ, अधिकारियो पर आरोप
संवाददाता अंबेडकरनगर। भारतीय जनता पार्टी अपने आप को एक संस्कारिक पार्टी मानती हैं। लेकिन अंबेडकरनगर में कितना संस्कार पार्टी के अंदर है यह एक पूर्व मंत्री की मोबाईल फोन पर वार्ता करते हुए जब दर्द बयां करते हुए बीडीओ वायरल हुईं तो हकीकत सामने आ गई। मौका था सरकार द्वारा आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग शेरेमनी का जिसमे पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद को बुलाया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद केसरी देवी पटेल सम्मिलित हुई। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों को निमंत्रण दिया गया था।पूर्व मंत्री को आयोजित कार्यक्रम स्थल शिवाय लॉन में एक घण्टे पहले शामिल होने के लिए सूचना दी गई थी। जब पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद कार्यक्रम स्थल शिवाय लॉन में पहुंचे तो अधिकारियो और नेताओं ने उनके लिए एक कुर्सी तक नहीं छोड़ी और न ही कुर्सी की व्यवस्था उपलब्ध कराना मुनासिब समझा। इतना अपमान देख पूर्व मंत्री बिफर कर गुस्से से लाल होकर कार्यक्रम स्थल से बाहर निकल कर अपने आप को बेज्जत व अपमानित करने की बात किसी से फोन पर करने लगें। जिसकी बीडीओ वायरल होते ही हड़कंप मच गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि सत्ता पक्ष के एक नेता का इतना अपमान शायद ही किसी और सरकार में हुआ हो।एक पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रह चुके नेता को सरकारी कार्यक्रम में बैठने के लिए कुर्सी तक नही मिली तो दर्द छलक पड़ा। इसके पहले भी गणतंत्र दिवस पर उन्हें निमंत्रण नही दिया गया था। अपमान पर जिलाध्यक्ष द्वारा कोई कदम न उठाने से निराश पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद ने अधिकारियों पर मनमानी और अपमानित करने का आरोप लगाया हैं। सवाल यह हैं कि एक पूर्व मंत्री का जब इतना अपमान किया जा रहा हैं तो आम कार्यकर्ताओं का क्या हाल होगा।बताइए एक वरिष्ठ नेता जो 15 साल विधायक रहे मंत्री भी रहे ।पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से रनर प्रत्याशी भी रहे उनके साथ पार्टी के नेता नही खड़े हो रहे है।उन्होंने कहा कि आज भी 11 बजे सूचना दी गई।देव पटेल के कहने पर जब वह कार्यक्रम में आये तो उन्हें बैठने के लिए सीट नहीं मिली। जिलाध्यक्ष का अधिकारियों पर अंकुश नहीं रह गया है।
बार बार पूर्व मंत्री के अपमानित होने के पीछे तो नहीं हैं कोई साजिश
पूर्व मंत्री धर्म राज का अपमानित होने का कोई यह पहला वाकिया नहीं था इसके पूर्व भी उन्हें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी नही बुलाया गया और न ही उन्हें कार्ड दिया गया। इसी तरह जब अयोध्या में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था तो उन्हें 11 बजे सूचना दी गई। जबकि 10 बजे प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था। इसी तरह कई बार पूर्व मंत्री को अधिकारियो ने अपमानित कर उनके सम्मान को ठेस पहुंचाया। जिससे पूर्व मंत्री काफी आहत हैं। कही इस अपमानित होने के पीछे कोई साजिश तो नहीं हैं। सबसे बड़ा सवाल यह हैं कि बार बार एक ही नेता को अपमानित क्यो होना पड़ रहा है ।संगठन चुप्पी साध कर बैठा रहता हैं।
बसपा छोड़कर बीजेपी में आए
पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद बसपा के कद्दावर नेता थे। वह बीएसपी से तीन बार विधायक बने और सूबे में बसपा सरकार में मंत्री बने। 2022 में वह बीजेपी में शामिल हो गए।बीजेपी ने धर्मराज को अकबरपुर से विधानसभा का भाजपा से उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह चुनाव हार गए।