दो पहिया वाहन गिफ्ट लेकर लेखपाल ने कब्जा कराया नवीन परती की जमीन,हो रही तरह तरह की चर्चा
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से लेखपाल का कारनामां हुआ उजागर
संवाददाता अंबेडकरनगर। जलालपुर तहसील के रामपुर दुवे गांव में लेखपाल ने नवीनपरती भूमि पर मकान बनवा दिया और चर्चा हैं कि उसके बदले में मोटरसाईकिल लेखपाल साहब को गिफ्ट में ज़मीन कब्जा करने वाले ने दिया हैं। जिसकी हकीकत सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो बया कर रही हैं।चर्चा हैं कि नवीनपरती को कब्जा कराने में लेखपाल ने विपक्षी से लंबी डील करके कब्जा कराया हैं।जब कि लेखपाल ने पैमाइश के बाद नवीनपरती में निर्माण करने से रोका था ।इसके बाद विपक्षियों ने लेखपाल को डील करके मकान बनवाकर कब्जा कर लिया। जबकि दूसरी तरफ विष्णु कुमार का नवीनपरती में बन रही बाउंड्री वाल को उन्हीं दबंगों के द्वारा दिन दहाड़े कानून को हाथ में लेकर गिरा दिया गया। यहां कानून का दोहरा मापदण्ड चल रहा हैं।अमीर रईस लोग पैसे के बल पर राजस्व विभाग से मिलकर नवीनपरती को कब्जा कर सकते हैं । अभी जल्द में ही घटित नसोपुर घटना से प्रशासन सबक नहीं सीख रहा ।राजस्व विभाग की लापरवाही से रामपुरदुबे ग्राम सभा में शांति भंग होने की आशंका हैं।
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*मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद ग्राम प्रधान की चरम पर है तानाशाही
लेखपाल के मनमानीे और लापरवाही के कारण ही बड़ी घटनाये घटती है।नियम कानून को ताख पर रखकर न्यायालय से ऊपर होकर सिर्फ ग्राम प्रधान के इशारे पर ही राजस्व विभाग नाच रहा हैं। विपक्षियों से मिलीभगत करके लेखपाल एक तरफ एक गरीब के निर्माण को रोकवा रहा हैं और दूसरे तरफ अमीर का नवीन परती में ही मकान बनवा दिया ये क्या रणनीति हैं प्रशासन की आप स्वयं ही सोच सकते हैं।
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लेखपाल ने फर्जी रिपोर्ट लगाकर अधिकारियों को किया गुमराह
लेखपाल के द्वारा विष्णु कुमार के विरोध में फर्जी रिपोर्ट लगाते हुए रिपोर्ट में यह दर्शाया गया हैं कि दीवाल को रातोंरात उठाया गया हैं लेकिन पीड़ित ने अपनी दीवाल को दिन में ही बनाया हैं जिसकी वीडियो भी पीड़ित के मौजूद हैं। लेखपाल के इस फर्जी रिपोर्ट से यह सावित होता हैं कि विपक्षियों से मिलकर लेखपाल ने पीड़ित के विरोध में रिपोर्ट लगाई हैं।उक्त प्रकरण में मालीपुर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान भी किया हैं।इसके बावजूद भी लेखपाल साहब ने एक पक्ष का खुल कर निर्माण करवा दिया।विपक्षी से लंबी डील होने के कारण लेखपाल के द्वारा मनगढ़ंत रिपोर्ट लगाकर उच्चाधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है।
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सरकारी जमीन को खुलेआम बेच रहा लेखपाल, मौन हैं राजस्व विभग के उच्चाधिकारी
तहसील में कार्यरत लेखपाल रविकांत तिवारी सरकारी जमीन बेंच रहे है। यह हम नहीं शोशल मीडिया पर वायरल वीडियो इसकी हकीकत बयां कर रही है। यह सरकारी जमीन नवीन परती के रूप में ग्राम पंचायत रामपुर दुबे में संरक्षित है। जनचर्चा है कि इस सरकारी भूमि पर लेखपाल ने विपक्षी से लंबी डील करके कराया है कब्जा। जिसमे लेखपाल इसी सरकारी जमीन पर पीढ़ी से काबिज विष्णु कुमार की दिवाल गिरा दी गई वही रोक के बावजूद विपक्षी ने लेखपाल की मिलीभगत कर पूरा घर निर्माण कर लिया है। वीडियो में लेखपाल रविकांत ने पैमाइश के बाद नवीन परती में निर्माण नहीं करने की चेतावनी दे रहे है। उधर मिलीभगत कर निर्माण करा दिया है। कानून का दोहरा मापदण्ड अमीर रईस लोग पैसे के बल पर नवीन परती जैसी सरकारी जमीन कब्जा लेखपाल की मदद से कर सकते हैं। इतना ही नहीं शिकायत के बाद लेखपाल उच्चाधिकारियों को गुमराह करने में सफल रहा। रामपुर दुबे विष्णु कुमार के मामले में लेखपाल के झूठ का पर्दाफाश हो गया। लेखपाल के द्वारा दीवाल को रातों रात उठाने की बात रिपोर्ट में लगाई है। अगर डील नहीं हुई है तो लेखपाल झूठी रिपोर्ट क्यों लगा रहे हैं सवाल खड़ा हो गया है।
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यह बोले एसडीएम
वही इस संबंध में उपजिलाधिकारी पवन जायसवाल से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया हैं जिसकी जांच तहसीलदार को सौप दी गई हैं जांच के बाद लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।