👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन पर पुल ना बनाए जाने पर स्थानीय लोगों जताई नाराजगी

समाज सेवी ने स्थानीय लोगों के साथ निरीक्षण कर मुख्य मंत्री से की पुल बनवाने की मांग

संवाददाता जहांगीरगंज(अंबेडकरनगर)। आलापुर तहसील क्षेत्र के टंडवा जलाल गांव से होकर गुजर रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन पर पुल ना बनाए जाने पर स्थानीय लोगों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए आंदोलन की तैयारी शुरू कर दिया है।रविवार को समाजसेवी योगेंद्र नाथ त्रिपाठी ने स्थानीय लोगों के साथ मौके का निरीक्षण किया तथा मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर पिकिया नाला पर पुल जाने की मांग की है । बता दें कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे टंडवा जलाल गांव के निकट किलोमीटर 52. 400 किमी पर पिकिया नाला है जहां पर सर्विस रोड को रोक दिया गया है लिंक एक्सप्रेस वे पश्चिम तरफ से सर्विस रोड को पिकिया नाले पर लाकर रोक दिया गया और पूरव तरफ से सर्विस रोड लाकर पिकिया नदी पर रोक दिया गया है जिसके बीच में पिकिया नाला होने के कारण सर्विस रोड ब्लॉक हो गया है जिससे लगभग 50 से 60 गांव के लोगों का आवागमन बाधित होगा आम जनमानस की मांग को देखते हुए तत्समय एप्रोच मार्ग के लिए आंदोलन के लिए बनी संघर्ष समिति के समाजसेवी संयोजक योगेंद्र नाथ त्रिपाठी ने रविवार को संघर्ष समिति के सदस्य दूधनाथ पांडे, अशोक पांडे, उदयराज मिश्र के साथ निरीक्षण किया तथा जनता की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि जब तक नाला पर पुल का निर्माण नहीं होगा तो सर्विस रोड का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा और इससे लगभग 50 गांव के लोग प्रभावित होंगे उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र दिया गया है 15 दिन के अंदर अगर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो संघर्ष समिति आंदोलन के लिए बाध्य होगी उन्होंने मुख्यमंत्री से जनहित को देखते हुए पिकिया नाला पर तत्काल पुल बनाए जाने का अनुरोध किया है।

Leave a Comment

[the_ad_group id="227"]
[democracy id="1"]

सावधान आप इस समय थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत हैं, यहां अपने आप को सुरक्षित महसूस करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है, पुलिस से तो बिल्कुल उम्मीद ना करें, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस थाने का रिकॉर्ड बता रहा है

[the_ad id='14896']

सावधान आप इस समय थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत हैं, यहां अपने आप को सुरक्षित महसूस करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है, पुलिस से तो बिल्कुल उम्मीद ना करें, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस थाने का रिकॉर्ड बता रहा है