…. तो जिताऊ प्रत्याशी की नब्ज टटोलने में लगी भाजपा, नहीं ले पा रहीं फाइनल निर्णय
सपा ने उतारा मजबूत लोक सभा प्रत्याशी, अन्य दलों की गायब है नीद
सपा के अलावा लोक सभा प्रत्याशियों का चयन नहीं कर सकी अन्य राजनितिक पार्टियां
संवाददाता अंबेडकरनगर। लोक सभा चुनाव कों लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने दांव पेच में लगी हैं। फिर हाल अभी तक समाजवादी पार्टी को छोड़ कर भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दल प्रत्याशियों का चयन नही कर सके हैं। सपा मुखिया ने पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक विधान सभा कटेहरी लाल जी वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाकर अन्य दलों की नीद चैन खराब कर दिया हैं। अभी भाजपा भी अपने जिताऊ प्रत्याशियो की नब्ज टटोलने का कार्य कर रही हैं। कि कौन सपा प्रत्याशी को टक्कर देकर लोक सभा सीट भाजपा के पक्ष में ला सकता हैं। इसके लिए प्रतिदिन भाजपा के प्रदेश संगठन से लेकर केंद्र तक के नेता बैठके करके प्रत्याशियो की नब्ज टटोल रहें हैं। फिर हाल अभी तक किसी फाइनल निर्णय तक भाजपा शीर्ष नेतृत्व नहीं पहुंच सका हैं। वैसे सपा प्रत्याशी की पहचान जिले से लेकर पूर्वांचल के अन्य जनपदों में भी रानीतिक चाड़क्य के रुप मानी जाती हैं। बसपा की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री सु श्री बहन मायावती के काफी करीवी माने जाते थे। और पूर्व की सरकार में वित्त और स्वास्थ्य मंत्री की भी कमान संभाल चुके हैं। वर्ष 2022 के चुनाव में बसपा को छोड़ कर साईकिल की सवारी लाल जी वर्मा ने कर लिया और सपा से चुनाव लड़ कर विधान सभा कटेहरी से विधायक बने। राजनीतिक पकड़ काफी मजबूत होने के कारण काफी मजूबत प्रत्याशी लाल जी वर्मा को लोग मान रहें।
क्या सपा प्रत्याशी के टक्कर में अन्य दल के मजबूत प्रत्याशी पर दांव लगा सकती हैं भाजपा
वही बात की जाए सत्ता रूढ़ पार्टी भाजपा की तो केंद्र से लेकर उत्तर प्रदेश में सत्ता सीन पार्टी हैं। भाजपा ने अभी अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की हैं। आम चर्चा हैं कि सपा प्रत्याशी को टक्कर देने के लिए कोई राजनीतिक पकड़ के साथ साथ धनबल और बाहुबल वाला प्रत्याशी ही सपा प्रत्याशी को टक्कर दे सकता हैं। लोग आम चर्चा कर रहे हैं कि बसपा सांसद रितेश पाण्डे को भाजपा में शमिल कर लोक सभा अंबेडकर नगर का प्रत्याशी बना सकती हैं। क्योंकि बसपा सांसद की भी राजनितिक पकड़ काफी मजबूत मानी जाती हैं। बसपा सांसद के पिता राकेश पाण्डे विधान सभा जलालपुर से समाजवादी पार्टी से विधायक हैं।
प्रधान मंत्री के साथ भोज की फ़ोटो वायरल होने के बाद बढ़ी चर्चाएं
इसी बीच दिल्ली संसद भवन की कैंटीन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ आठ सांसदो की फोटो भोजन करते हुए वायरल हो गई। जिसमे लोक सभा क्षेत्र अंबेडकरनगर से बसपा सांसद भी मौजूद रहें। इसके बाद भाजपा से बसपा सांसद का चुनाव लडना लोग तय मानने लगें। तरह तरह की चर्चाएं जिले से लेकर प्रदेश तक चलने लगी। फिर हाल अभी सांसद की तरफ से ऐसा कोई बयान नंही आया हैं। अभी भी वह बसपा में हैं। भाजपा में शामिल होने की आम चर्चा हैं। वैसे भी सपा प्रय्याशी को टक्कर बसपा सांसद ही दे सकते हैं। क्योंकि हर मामले में काफी मजबूत माने जाते है।
जानिए सपा प्रत्याशी लोकसभा क्षेत्र में क्यों हैं काफी मजबूत
लोक सभा क्षेत्र में कुल मिलाकर 6 विधान सभा लगती हैं। और सभी विधान सभा के विधायक समाजवादी पार्टी से ही हैं लोक सभा का कुछ क्षेत्र विधान सभा गोसाईगंज से लगता हैं। जन्हा से बाहुबली अभय सिंह सपा से विधायक हैं। विधान सभा कटेहरी से लोक सभा प्रत्याशी लाल जी वर्मा स्वयं विधायक हैं। विधान सभा अकबरपुर से कद्दावर नेता बसपा से सपा में आए पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक राम अचल राजभर सपा से विधायक हैं। जलालपुर से सपा से बसपा सांसद के पिता राकेश पाण्डे विधायक हैं। विधान सभा टांडा से सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा विधायक हैं। विधान सभा आलापुर से पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त सपा से विधायक हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी को काफी मजबूत स्थिति में माना जा रहा हैं।
दलित मतों में भी सपा प्रत्याशी की हैं गहरी पैठ
बसपा की राजनीती करने के कारण दलित मतों पर भी लोक सभा प्रत्याशी लाल जी वर्मा की काफी गहरी पैठ और मजबूत पकड़ हैं। बसपा बूथ अध्यक्ष से लेकर अन्य दलित समाज के नेताओ से लोक सभा प्रत्याशी के मजबूत संबंध बताए जाते हैं। जिसकी नजीर वर्ष 2022 में हुए विधान सभा कटेहरी के चुनाव में देखा गया हैं। वैसे मुख्य रुप से समाजवादी के वोटर यादव, अल्पसंख्यक, प्रत्याशी वर्मा होने के कारण वर्मा वर्ग भी माना जा रहा है। तीन जातियों के साथ दलित और अन्य पिछड़ा समाज में भी सपा लोक सभा प्रत्याशी की काफी मजबूत पकड़ हैं। जिसके कारण मज़बूत दावेदारी मानी जा रहीं हैं।