क्या जनता को अपना गुलाम समझते हैं नेता, समझिए इन नेताओं के चाल और चरित्र और स्वार्थ में राजनीति क्या हैं,अपने स्वार्थ में किस नेता का दिल कब किस पार्टी से कर ले प्यार कोई पता नहीं हैं

समझिए राजनीति क्या हैं,अपने स्वार्थ में किस नेता का दिल कब किस पार्टी से कर ले प्यार कोई पता नहीं हैं   जिसकी कोई नीति न हो वहीं राजनीति हैं, इन दल बदल करने वाले नेताओं का न बने शिकार अपने स्वार्थ के लिए कभी बसपा तो कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा में शामिल होते … Read more