संवाददाता संदीप जायसवाल
टाण्डा अम्बेडकर नगर। कोतवाली पुलिस का गरीब के खिलाफ एक मनमाना कारनामा सामने आया है। पुलिस ने गरीब के पूरे परिवार को घर में बंद करके विपक्षी से मिलीभगत कर एक ऐसी दीवार खड़ी करा दी, जिससे गरीब के मकान की वर्षों पुरानी खिड़की हमेशा हमेशा के लिए बंद हो गई। मामला मुबारकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के चट्टी पर मोहल्ले का है। यहां के वृद्ध गरीब बुनकर सदरे आलम के मकान में लगी वर्षों पुरानी खिड़की उनका पड़ोसी इम्तियाज अहमद लगातार दीवाल खड़ी कर खिड़की बंद करना चाह रहा था, जिसके लिए सदरे आलम बार-बार अधिकारियों से अपनी फरियाद कर रहा था। पिछले दिनों एसडीएम टाण्डा ने सदरे आलम के प्रार्थना पत्र पर मौके की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद टाण्डा को दिया था। आदेश के बाद से ही अधिशासी अधिकारी छुट्टी पर चले गए और वर्तमान में एसडीएम न्यायिक टाण्डा अधिशासी अधिकारी के चार्ज में होने के बाद भी चुनाव कार्यो में व्यस्त होने के कारण नगर पालिका का कार्य भार नहीं देख पा रहे हैं । इसलिए सदरे आलम के आवेदन पत्र पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई बावजूद इसके मुबारकपुर पुलिस चौकी लगातार सदरे आलम पर दबाव बनाकर नगर पालिका से कोई आदेश लाने अथवा ना लाने की दशा में दीवार खड़ी कर देने की धमकी दे रही थी। सदरे आलम का आरोप है कि बुधवार की सुबह ही अचानक बड़ी संख्या में पुलिस चौकी से महिला पुलिस के साथ कई पुलिस कर्मी पहुंच गए और सदरे आलम के साथ-साथ उसके पूरे परिवार को उसी के घर में बंद कर दिया। इसी बीच विपक्षी अपनी दीवाल के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया सदरे आलम का आरोप है कि उसके परिवार का कोई भी सदस्य यदि कुछ कहने की कोशिश करता तो पुलिस वाले अभद्र भाषा का प्रयोग करके उसे चुप करा देते। सदर आलम ने बताया कि उनके लड़के आरिफ ने पुलिस की इस ज्यादती के खिलाफ डायल 112 और पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की लेकिन कहीं से कोई सहयोग नहीं मिला और आखिरकार पुलिस ने दीवार खड़ी कराकर सदरे आलम की खिड़की हमेशा के लिए बंद करा दी।