वन विभाग की मिलीभगत से हरे भरे पेड़ पर चल रहा आरा
तो क्या वन माफियाओं के आगे नतमस्तक वन विभाग
अम्बेडकरनगर – वन विभाग की कार्यशैली पर लगातार उंगली उठ रही हैं वन माफियाओं के आगे नतमस्तक वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की चलती ही नहीं है,कार्यवाही न करने से वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं नतीजा प्रतिदिन मात्र कुछ किलोमीटर में ही धड़ल्ले से पेड़ की कटाई की जा रही हैं जहाँ ऑक्सीजन के लिए कोविड 19 में लोगों को जिंदगी मौत का सामना करना पड़ा जहां अबकी बार पेड़ पौधों की कमी से टम्प्रेचर हाई रहा लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा तो वहीं वन विभाग की नाकामी की वजह से वन माफियाओं द्वारा लगातार हरे भरे पेड़ को धराशायी किया जा रहा है, जहां एक तरफ सरकार हजारों करोड़ रुपए खर्च कर एक एक पेड़ को सहेज रही हैं तो वहीं वन विभाग की मिलीभगत से लगातार पेडों की कटाई करवाई जा रही हैं,
बताते चले इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के महुवारी वन क्षेत्र के अवसानपुर,महुवारी,शाहपुर,नैपुरा, ठेलमऊ, उतरेथू,सेवागंज आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से हरे भरे पेड़ों पर आरा चल रहा है पुर्व में खबर चलाने व वन विभाग से बयान लेने पर बगैर बताए पत्रकार के मोबाइल नम्बर पर एक हजार रुपए भेज भी दिया गया था जब पत्रकार ने पूछा कि यह क्या है तो वन विभाग द्वारा बताया गया कि वह तो पेट्रोल खर्च है। यहाँ तो वन विभाग को सूचना देना व खबर प्रकाशित करने पर कमीशन देने का प्रयास किया जाता हैं, मजे की बात तो यह है कि लगातार कटाई चल रही लेकिन वन विभाग को इसकी जानकारी ही नहीं जानकारी देने पर यहां तक कहा जाता हैं कि क्षेत्र बहुत लंबा हैं कहा कहा जाए अब तो इतना परेशान हो गए हैं कि नौकरी ही नहीं करने का दिल करता है, अजब गजब का बयान दिया जाता हैं जिसकी रिकार्डिंग भी वायरल हुआ है, कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि वन विभाग के मिलीभगत से लगातार हरे भरे पेड़ो की कटाई जोरो पर चल रही हैं।लेकिन वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी कुछ भी कार्यवाही करने में नाकाम दिख रहे है।
वन विभाग से शिकायत पर वन रक्षक द्वारा कहा जाता हैं कि पत्रकार अपनी आईकार्ड जमा करें अपना सुझाव अधिकारी को दे कैसे पेड़ की कटाई पर रोक लगाई जाए अब वन विभाग पत्रकारों के आई कार्ड की जांच कर सुझाव लेने लगी है जिसकी ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।