दुनिया को सुरक्षित रखने और कमजोर लोगों की सेवा करने के लिए WHO की थी विश्व स्वास्थ दिवस की स्थापना:-पुष्पा
जन शिक्षण केंद्र कुटियवा के तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
संवाददाता अंबेडकरनगर। विकासखंड जलालपुर विकास क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सुरहुरपुर में जन शिक्षण केंद्र कुटियवा द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण परियोजना के तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
परियोजना निदेशक श्रीमती पुष्पा पाल जी नें जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत WHO की नींव रखने के दिन के रूप में की गई थी। साल 1948 में, दुनिया के तमाम देशों ने एक साथ मिलकर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, दुनिया को सुरक्षित रखने और कमजोर लोगों की सेवा करने के लिए WHO की स्थापना की, ताकि हर व्यक्ति हर जगह स्वस्थ्य रहे और उच्चतम स्तर की मदद प्राप्त कर सके। इसके दो साल बाद 1950 में पहला विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल को मनाया गया और तब से यह हर साल इसी दिन मनाया जाता है।
सामुदायिक कार्यकर्त्ता रामहित नें कहा कि हर साल, विश्व स्वास्थ्य दिवस को एक अनूठी थीम के साथ मनाया जाता है। WHO ने इस साल “हेल्थ फॉर ऑल” थीम के साथ इसे मनाने का फैसला किया है। इस बार का विषय इस सोच को दर्शाता है कि स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है और हर किसी को बिना किसी वित्तीय कठिनाइयों के जब और जहां इसकी आवश्यकता हो उसे स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए।डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी डेटा ने भारत में एक और बढ़ते स्वास्थ्य संकट पर प्रकाश डाला है और यह है मोटापा और एनीमिया। रिपोर्ट के अनुसार, अब पुरुषों की तुलना में दोगुनी संख्या में महिलाएं एनीमिया से प्रभावित हो रही हैं। नारी संघ कि बहनों के द्वारा स्वास्थ्य दिवस जिंदाबाद, पहला सुख निरोगी काया, सेहत शिक्षा अस्मत प्यार हर महिला का है अधिकार, के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।इस मौके पर परियोजना समन्वयक राम स्वरुप नारी संघ लीडर मिथलेश, डिम्पल, रेखा, रंजना, मनीता, रेनू उर्वशी