क्या श्री राम वंशीय सम्मेलन के माध्यम से ब्राह्मण और क्षत्रियो के बीच पड़ी खाई को खत्म करने में कामयाब होंगे भाजपा नेता
पाण्डे परिवार से खास नाराज रहता हैं क्षत्रिय समाज, जिले के कुछ बड़े नेताओ ने दोनों समाज के बीच में डाल रखी हैं दरार
संवाददाता अंबेडकरनगर। रामायण की यह चौपाई भाजपा के लिए इस चुनाव में सटीक बैठ रही हैं।,जेहि विधि नाथ होई हित मोरा, करहु सो बेगी दास मैं तोरा।। लोक सभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा हैं वैसे वैसे भाजपा अम्बेडकरनगर की सीट को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रहीं हैं। जनपद में यदि बात की जाए तो क्षत्रिय समाज और ब्राह्मण समाज कुछ बड़े नेताओं के कारनामें के कारण एक दूसरे को कभी मतदान नहीं करता खास कर पाण्डे परिवार के सदस्य को तो एक दम मतदान करना नही चाहता। यहीं हालात विधान सभा जलालपुर की भी हैं वहा भी चुनावी स्वार्थ के कारण ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज में आपसी फूट डाल कर राजनीति की रोटी सदियों से सेकते हुए अपना अपना स्वार्थ दोनों समाज के नेता सिद्ध कर मलाई काट रहें हैं। जलालपुर विधान सभा में दो गुट हैं क्षत्रिय समाज मे स्व पूर्व विधायक शेर बहादुर सिंह के पुत्र राजेश सिंह जो कि बसपा छोड़ समाजवादी का दामन थाम लिए हैं।और ब्राह्मण समाज में मौजूदा सपा विधायक राकेश पांडे का हैं। दोनों नेताओं ने दोनों समाज में इतनी बड़ी खाई खड़ी कर दी हैं कि वह खाई पटने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं। अब बात करते हैं भाजपा नेता डॉक्टर रजनीश सिंह की तो इनकी भी दावेदारी भाजपा से चुनाव लडने के लिए जलालपुर से मजबूती से हैं। कई वर्षों से ही विधान सभा जलालपुर की जनता के सुख दुख में शामिल होकर लोगो की मदद करने में लगे हैं। अब भाजपा ने लोक सभा के चुनाव में बसपा से सांसद रहें रितेश पाण्डे को अपना प्रत्याशी बनाया हैं।तो अब दोनों समाज के बीच में पड़ी दरार को खत्म करने के प्रयास में लगे भाजपा नेता डॉ रजनीश सिंह श्री राम वंशीय सम्मेलन कर नाराज क्षत्रियो को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए और काफी दिनों से ब्राह्मण क्षत्रियो के बीच पड़ी दरार को पाटने का प्रयास कर रहें हैं। लेकिन अब देखना यह होगा कि सम्मेलन के माध्यम से यह दरार खत्म करने में भाजपा कितना कामयाब होगी यह तो भविष्य के गर्व की बात हैं।
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सपा नेता राजेश सिंह की भी विधान सभा जलालपुर के मतदाताओं के बीच में हैं मजबूत पकड़
विधान सभा जलालपुर में क्षत्रिय मतदाता पूर्व विधायक के पुत्र डा राजेश सिंह के पक्ष में ज्यादा रहते हैं।और लोक सभा के चुनाव में राजेश सिंह सपा का दामन थाम कर लोक सभा प्रत्याशी समाजवादी के पक्ष में प्रचार प्रसार कर जिताने का प्रयास कर रहें हैं। जलालपुर विधान सभा से भाजपा बसपा सपा तीनों दलों से डा राजेश चुनाव मैदान में उतर कर विधान सभा का चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में राजेश सिंह की भी क्षत्रिय समाज के साथ साथ सर्व समाज में काफी मजबूत पकड़ हैं। अब देखना होगा कि जलालपुर विधान सभा में क्षत्रिय समाज का मत भाजपा की तरफा ले जाने में डा रजनीश सिंह कामयाब होते हैं या फिर सपा नेता डा राजेश सिंह सपा की तरफ ले जाने में कामयाब होंगे। यह तो मतों की गिनती के दौरान बूथ पर पड़ा मत बतायेगा अभी तो दोनों पार्टी के सम्मलेन में सर्व समाज का मतदाता जाकर प्रत्याशियो की नब्ज टटोल रहा हैं कि कौन किससे भारी हैं।