अयोध्या के संत बल्ल्भा कुंज पर करोड़ों की जमीन हथियाने का पीड़िता ने लगाया  आरोप

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बल्ल्भा कुंज पर करोड़ों की जमीन हथियाने का पीड़िता ने लगाया  आरोप

 

सत्ता की हनक के साथ शासन प्रशासन में गहरी पैठ के कारण पीड़िता को नहीं मिल पा रहा न्याय

पीड़िता की ज़मीन गाटा संख्या 64 पर 12वर्ष बाद अचानक लगा दिया गया बल्लभा कुंज नाम से बोर्ड

पीड़िता ने डीएम से लेकर सीएम तक की हैं शिकायत, पैमाइस करने को भी नही तैयार हैं राजस्व टीम

संवाददाता अयोध्या। अयोध्या के संत राजकुमार दास अधिकारी बल्ल्भाकुंज पर करोड़ों की जमीन रंगदारी में जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप लगा हैं। पीड़िता गायत्री देवी पत्नी चंद्रभूषण मारुति सदन प्रमोद वन अयोध्या वर्तमान निवासी फ्लैट संख्या 403 रॉयल रेजीडेंसी अदलवाडी हाजी पुर जिला जनपद वैशाली बिहार ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया हैं कि प्रार्थनी ने वर्ष 2011 में गाटा संख्या 64 मि 0रकवा 8.5विस्वा खरीदी गई निजी भूमि को 12वर्षों के बाद प्रार्थिनी के बोर्ड को हटाकर कब्जा करने के उद्देश्य से अपना बोर्ड श्री राम बल्लवा कुंज जानकी घाट के अधिकारी राजकुमार दास ने लगा लिया हैं। पीड़िता ने कहा हैं कि साढ़े आठ विश्वा जमीन वर्ष 2011 में खाता नंबर 78 गाटा संख्या 64 मि 0रकवा 0.107जमीन प्रेम दास शास्त्री चेला राम नारायण दास निवासी महा विरक्त आश्रम वासुदेव घाट पो 0शहर अयोध्या से खरीद किया एवं उक्त जमीन खरीदी गई तिथि से प्रार्थनी के कब्जे में हैं। उक्त जमीन पर पर पीड़िता ने गायत्री नाम से अपना बोर्ड लगा रखा था। पुत्री की शादी में रुपए की आवश्यकता पड़ने पर वर्ष 2016 एवं 2017 में रकवा 2.75मि 0जमीन विक्री किया। उक्त जमीन को क्रेतागण खरीदने के बाद अपना मकान बनाकर शांति पूर्ण ढंग से रह रहे हैं। और शेष बची जमीन पीड़िता के कब्जे में 12वर्षों से कब्जे में हैं।

 

अचानक 12वर्षों के बाद राजकुमार दास ने पीड़िता की जमीन पर लगा दिया अपना बोर्ड

 

12वर्षों के बाद पीड़िता ने आरोप लगाया हैं कि 25.9.2022 को अचानक राजकुमार दास अपने सहयोगियों के सहयोग से जमीन बेचने की बात करते थे, लेकिन मेरे द्वारा इंकार करने पर जबरदस्ती रंगदारी में पिड़िता का बोर्ड हटाकर राजकुमार दास बलवा कुंज अधिकारी जानकी घाट अयोध्या ने अपना बोर्ड लगा दिया विरोध करने पर हत्या करा देने की धमकी देते हैं।

साढ़े 12 बीघे का हैं गाटा संख्या 64

पीड़िता गायत्री ने कहा हैं कि गाटा संख्या 64 साढ़े 12बीघे का है जिसमे साढ़े आठ विश्वा ज़मीन पीड़िता ने खरीद रखी हैं। शेष जमीन अनेकों लोगों के द्वारा खरीद कर चारों तरफ से मकान बना लिया गया हैं। बीच में पीड़िता की लगभग 6 विश्वा जमीन बची हैं। जिसे रंगदारी में हड़पने की नियत से भू माफिया राजकुमार दास द्वारा अपने सहयोगियों एवं स्वयं अपने नाम का बोर्ड लगाकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा हैं।

संत के दबंगता के कारण प्रशासन ने भी आंख में बाध ली हैं पट्टी

पीड़िता ने दिए गए शिकायती पत्र में पुलिस प्रशासन राजस्व प्रशासन पर आरोप लगाया हैं कि राजकुमार दास का सत्ता में पहुंच और पावर व दबंगई के कारण अधिकारी पीड़िता से वार्ता करने से भी डरते हैं । प्रार्थना पत्र लेकर जाने के बाद अपने पास से भगा देते हैं। और दबंगों के प्रभाव के कारण रिपोर्ट भी उन्ही के पक्ष में लगा देते हैं।

अधिकारियो का चौखट नापते नापते थक हार चुकी पीड़िता नहीं मिल पा रहा न्याय

पीड़िता गायत्री देवी ने मुख्य मंत्री को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा हैं कि अधिकारियो के यहां का चौखट नापते नापते हार चुकी हूं लेकिन कहीं कोई न्याय नहीं मिला। दिए गए प्रार्थना पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया हैं कि अधिकारियो को आदेशित करने हेतु आवेदन दे रही हूं कि पीड़िता की जमीन पर राजकुमार दास द्वारा लगाए गए बोर्ड को हटवाने की कृपा करें।

मैं असहाय और बीमार लाचार हूं पीड़िता तभी राजकुमार दास कर रहे परेशान:-गायत्री

 

वही गायत्री देवी ने शिकायती पत्र में लिखा हैं कि मैं एक गरीब लाचार बीमार महिला हूं जिसके कारण दबंग किस्म के संत राजकुमार दास हमे परेशान कर रहें हैं। मेरी ख़ाली पड़ी वेश कीमती जमीन को राजकुमार दास कब्जा करना चाह रहे हैं। पीड़िता ने कहा हैं कि मेरी जमीन पर कहीं कोई विवाद नहीं हैं। हमारे जमीन के उत्तर में रामनिवास दास दक्षिण में रामेश्वर शरण रमायनी जी की धर्म शाला बनी हुई हैं। उनके सटे दक्षिण में रेलवे भारत सरकार के द्वारा 4.5 विगहा लगभग जमीन ली हैं जो कि गाटा संख्या 64में ही हैं। मेरी जमीन खाली होने के कारण राजकुमार दास ने दवंगई और सत्ता की पावर होने के कारण अपना बोर्ड लगा दिए हैं। ता कि मैं लाचार बीमार अबला उनसे लड़ न सकूं और वेश कीमती जमीन को वो हड़प सके।

इनसेट

यह बोले ए आर ओ आर पी शुक्ला

हीं इस संबंध में जब ए आर ओ रामकुमार शुक्ला से वार्ता की गई तो उन्होंने कोई संतोष जनक ज़बाब नहीं दिया । उन्होंने कहा कि सुसंगत धारा में मुकदमा करें।कोर्ट से नोटिस आयेगी तब पैमाईस होंगी। इनकी बातों से साफ साफ नजर आ रहा हैं कि पीड़िता को ए आर ओ महोदय ब्लभाकुंज के प्रभाव में आकर गुमराह कर रहे हैं।

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सावधान आप इस समय थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत हैं, यहां अपने आप को सुरक्षित महसूस करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है, पुलिस से तो बिल्कुल उम्मीद ना करें, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस थाने का रिकॉर्ड बता रहा है

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सावधान आप इस समय थाना रामसनेहीघाट अंतर्गत हैं, यहां अपने आप को सुरक्षित महसूस करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है, पुलिस से तो बिल्कुल उम्मीद ना करें, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस थाने का रिकॉर्ड बता रहा है